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*अमूल्य रतन* 285 अव्यक्त मुरली दिनांक: *24 July 1970* *फरिश्ता रूप की स्थिति अर्थात्* अव्यक्त स्थिति जिसकी सदाकाल रहती है। *फाइनल सिद्धि की स्थिति* जैसे शुरू शुरू में अव्यक्त स्थिति का अभ्यास करने के लिए कितना एकांत में बैठ अपना व्यक्तिगत पुरुषार्थ करते थे। वैसे ही इस फाइनल स्टेज का भी पुरुषार्थ बीच-बीच में समयRead more
*अमूल्य रतन* 284 अव्यक्त मुरली दिनांक: *24 July 1970* शीर्षक: *बिंदू रुप की स्थिति सहज कैसे बने?* अंतिम पुरुषार्थ याद का ही है। इसलिए याद की स्टेज व अनुभव को भी *बुद्धि में स्पष्ट समझना आवश्यक है।* *बिंदु रूप की स्थिति क्या है और अव्यक्त स्थिति क्या है,* दोनों का अनुभव क्या है? *यह प्रैक्टिसRead more
*अमूल्य रतन* 283 अव्यक्त मुरली दिनांक: *11 July 1970* *यथार्थ पुरुषार्थ का अर्थ* वहां ही पुरुषार्थ और वहां ही प्राप्ति। संगम युग को विशेष वरदान है प्रत्यक्ष फल प्राप्त कराने का। फल भी ऐसा है जो पुरुषार्थ कम प्रारब्ध जास्ती। *सर्विसेबल का अर्थ* *बेहद की बात सोचना, बेहद परिवार से संबंध और स्नेह, सर्व स्थानRead more
*अमूल्य रतन* 282 अव्यक्त मुरली दिनांक: *11 July 1970* *तीनों कर्तव्य प्रैक्टिकल और प्रत्यक्ष रूप में* मास्टर ब्रह्मा भी बने, पालना की, श्रृंगार किया लेकिन अब पार्ट है संहार का। *शक्तियों के अलंकार घुंँघरू की झंकार किस कार्य का गायन है?* घूंगरू डालकर असुरों पर नाचने का। नाचने से जो भी चीज होगी वह दबकरRead more
*अमूल्य रतन* 281 अव्यक्त मुरली दिनांक: *11 July 1970* *फेथफुल अर्थात्* फेथफुल अर्थात् निश्चय बुद्धि। *एक तो अपने में निश्चय, दूसरा बापदादा में और तीसरा सर्व परिवार के आत्माओं में फेथफुल* होकर कोई कर्तव्य करेंगे तो निश्चित बुद्धि की विजय अर्थात् सक्सेस होगी। *संगमयुग की डिग्री प्राप्त करने वालों की निशानी* उसका हर कर्तव्य, हरRead more
*अमूल्य रतन* 280 अव्यक्त मुरली दिनांक: *11 July 1970* शीर्षक: *संगमयुग की डिग्री और भविष्य की प्रालब्ध* *संगमयुग की डिग्री* संपूर्ण फरिश्ता व अव्यक्त फरिश्ता। *भविष्य की प्रालब्ध* दैवीपद। *संपूर्ण अव्यक्त फरिश्ता डिग्री की मुख्य क्वालिफिकेशन* नालेजफुल, फेथफुल, सक्सेसफुल, पावरफुल और सर्विसेबल। जितना जो क्वालिफाइड होगा उतना ही औरों को भी क्वालिफाइड बनाएगा। क्वालिफाइड जोRead more
*अमूल्य रतन* 279 अव्यक्त मुरली दिनांक: *26 June 1970* शीर्षक: *कामधेनु का अर्थ* कामधेनु का अर्थ ही है सबकी मनोकामनाएं पूरी करने वाली। जिसकी अपनी सर्व कामनाएं पूरे होंगे वहीं औरों की कामनाएं पूरे कर सकेंगे। *सर्व की इच्छाएं पूर्ण करने वाले स्वयं इच्छा मात्रम अविद्या होंगे।* प्राप्ति स्वरूप बनने से औरों को प्राप्ति कराRead more
*अमूल्य रतन* 278 अव्यक्त मुरली दिनांक: *02 July 1970* *इस पुरानी दुनिया से बेहद का वैराग्य लाने का साधन* बेहद का वैरागी बनना है तो सदैव अपने को मधुबन निवासी समझो। लेकिन *मधुबन को खाली नहीं देखना। मधुबन है ही मधुसूधन के साथ।* तो मधुबन याद आने से बापदादा, दैवी परिवार, त्याग, तपस्या और सेवाRead more
*अमूल्य रतन* 277 अव्यक्त मुरली दिनांक: *02 July 1970* *सर्च लाइट बनने के लिए* जितना स्वयं को सर्च कर सकेंगे उतना ही सर्च लाइट बनेंगे। *विल पावर और वाइड पावर* अभी पॉवरफुल भी नहीं लेकिन विलपॉवर वाला बनना है। विलपावर और वाइड पॉवर अर्थात् बेहद की तरफ दृष्टि और वृत्ति। *चक्कर लगाकर चक्रवर्ती राजा बनो*Read more
*अमूल्य रतन* 276 अव्यक्त मुरली दिनांक: *02 July 1970* शीर्षक: *सायलेंस बल का प्रयोग।* *शक्तियों की विशेषता* 01. जितना ही प्रेममूर्त उतना ही संहारीमूर्त। प्रेमरूप प्रत्यक्ष और शक्ति रूप गुप्त है। 02. शक्तियों का एक भी संकल्प या एक भी बोल व्यर्थ नहीं जा सकता। 03. जो कहा वह किया, संकल्प और कर्म में अंतरRead more