*अमूल्य रतन* 294 *अगर कमज़ोरी के संकल्प या बीती संकल्प उत्पन्न होते हैं तो* अगर भूल से पुराने संस्कारों को विष इमर्ज हो भी जाए तो उसको ऐसा समझो कि यह बहुत पिछले जन्म के संस्कार हैं। इन बातों का वर्णन करने को ही कहा जाता है व्यर्थ। *सहयोगी* सर्व के सहयोगी तब बनेंगे जब सर्व के स्नेही बनेंगे। *सर्व का सहयोगी बनने के लिए अपने आप को भी मिटाना पड़ता है।* _*अव्यक्त मुरलीयों से संबंधित* कोई भी प्रश्न हो तो संपर्क करें-_ *amulyaratan@godlywoodstudio.org* |