*अमूल्य रतन* 213
अव्यक्त मुरली दिनांक: *02 फरवरी 1970*
*संपूर्ण होने में रुकावट डालने वाला विशेष विघ्न*
व्यर्थ संकल्प।
*इससे बचने के लिए*
01. एक तो कभी अंदर की व बाहर की रेस्ट ना लो।
02. सदैव अपने को गेस्ट समझो।
अगर गेस्ट समझेंगे और रेस्ट नहीं करेंगे तो संकल्प और समय वेस्ट नहीं जाएगा।
*सर्विसेबल हो, अब पावरफुल बनो।*
स्थिति पावरफुल होने से माया आने का साहस नहीं करेगी।
*एक्टिव हो, एक्यूरेट बनो।*
एक्यूरेट – मनसा, वाचा और कर्मणा तीनों में।
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