*अमूल्य रतन* 232
अव्यक्त मुरली दिनांक: *02 April 1970*

*अंतिम पढ़ाई की स्टेज*

बापदादा ऐसा *मास्टर सर्वशक्तिवान बनने की पढ़ाई* पढ़ा रहे हैं। *जो किसी के भी सूरत में उसकी स्थिति और संकल्प स्पष्ट समझ सको।* यह है अंतिम पढ़ाई की स्टेज। साकार रूप में थोड़ी सी झलक अंत में दिखाई। ऐसी ही स्थिति नंबर वार सभी बच्चों की होनी है।

*चार सब्जेक्ट्स पर विशेष ध्यान*

01. याद का बल।
02. स्नेह का बल।
03. सहयोग का बल और
04. सहन का बल।

चारों बल जब समान हो तब समझो संपूर्ण।

*अगर बहुत समय का लिंक अंत तक रहा तो एक्स्ट्रा हेल्प मिल सकती है।*

_*अव्यक्त मुरलीयों से संबंधित* कोई भी प्रश्न हो तो संपर्क करें-_ *amulyaratan@godlywoodstudio.org*