*अमूल्य रतन* 266 _ब्राह्मण अर्थात् त्रिमूर्ति शिव वंशी बच्चों को/से तीन प्रकार के लाइट्स का साक्षात्कार होता है_ 01. नयनों से ज्योति का। ऐसे अंधियारे में सच्चे हीरे चमकते हैं। आप की लाइट की स्थिति को देख दूसरे भी हल्के हो जाए। ऐसे *साक्षात्कार मूर्त और साक्षात् मूर्त* बनना है। बापदादा से मिलन मनाना अर्थात् बाप के साथ गुण और कर्तव्य मिलना। *सूक्ष्म सर्विस* जैसे अपनी उन्नति के लिए सोचते हैं वैसे ही शुद्ध भावन, शुभचिंतक और शुभ चिंतन के रूप में अन्य आत्माओं को भी विशेष सहयोग देना चाहिए। |