*अमूल्य रतन* 101
अव्यक्त मुरली दिनांक: 27 अगस्त 1969
शीर्षक: *मदद लेने का साधन है हिम्मत*

*अनादि बना बनाया कायदा*

संगम पर बच्चों को सजाने के लिए बाप को बिना पूछे ही आना पड़ता है। यह अनादि बना बनाया कायदा है।

*सारी सृष्टि के बोझ से बच्चों को थकावट फील होने का कारण*

अपने को रुहे गुलाब रूह नहीं समझते हैं। रूह समझे तो देह से न्यारा और प्यार रहें।

*स्वयं से पूछो*

क्या मुझमें इतनी हिम्मत है, जितना मुझ पर बाप का फेथ है?