*अमूल्य रतन* 240
अव्यक्त मुरली दिनांक: *05 April 1970*

*विशेष शक्ति कौन से भरनी है?*

जिसमें सहनशक्ति कम उसमें संपूर्णता भी कम।
तृप्त आत्मा का विशेष गुण है निर्भयता और संतुष्ट रहना।‌ *जो स्वयं संतुष्ट रहता है और दूसरों को संतुष्ट रखता है उसमें सर्वगुण आ जाते हैं।*

*ज्ञान मूर्त और याद मूर्त*

जो खुद यादमूर्त हो रहता है उतना ही वह औरों को बाप की याद दिला सकता है।
ज्ञान मूर्त और याद मूर्त दोनों में समान बनना है।

*एवररेडी अर्थात्*

इंतजार को खत्म करके इंतजाम रखना है। *सिर्फ सर्विस में नहीं, पुरुषार्थ में भी एवररेडी, संस्कारों को समीप करने में भी एवररेडी।*

_*अव्यक्त मुरलीयों से संबंधित* कोई भी प्रश्न हो तो संपर्क करें-_ *amulyaratan@godlywoodstudio.org*