*अमूल्य रतन* 243 *गायन योग्य कौन बनते हैं और पूजन योग्य कौन बनते हैं?* एकरस रहने वाले का पूजन एक रस होता है। पुरुषार्थ में ‘कब’ शब्द नहीं रहना चाहिए। *संपूर्ण स्थिति* संपूर्ण स्थिति सर्व शक्ति संपन्न होती है। सर्व शक्ति संपन्न बनने से सर्वगुण संपन्न बनेंगे। *शक्तियां* स्नेह शक्ति। संबंध शक्ति। *स्नेह और शक्ति दोनों की आवश्यकता* _अगर शक्ति रूप नहीं तो माया पर विजय नहीं पा सकते। स्नेह रूप से संबंध में आते हो।_ _*अव्यक्त मुरलीयों से संबंधित* कोई भी प्रश्न हो तो संपर्क करें-_ *amulyaratan@godlywoodstudio.org* |