*अमूल्य रतन* 246 *संगम युगी ताज और तख्त सदैव कायम रहे इसके लिए तीन बातें* उपकारी, निरहंकारी और अधिकारी। *अधिकार* भी सामने रखना है, *निरहंकार* का गुण भी सामने रखना है और *उपकार* करने का कर्तव्य भी करना है। कोई कितना भी अपकारी हो लेकिन अपनी दृष्टि और वृत्ति उपकारी हो। *यह मधुबन मंदिर भी है,* चैतन्य मंदिर है इस मंदिर के बीच आत्मा और परमात्मा की लगन होती है। *साथ साथ कोर्ट भी है* क्योंकि आप लॉ मेकर्स हो। बीज रूप द्वारा सर्व बातों का बीज पड़ता है। *उस बीज रूप के साथ साथ आप भी बीज डालने में मदद करना।* _*अव्यक्त मुरलीयों से संबंधित* कोई भी प्रश्न हो तो संपर्क करें-_ *amulyaratan@godlywoodstudio.org* |