*अमूल्य रतन* 247 *मास्टर जानी जाननहार की डिग्री* ऐसी अवस्था होनी चाहिए जो कोई के संकल्प को ऐसे ही स्पष्ट जान ले जैसे वाणी द्वारा सुनने के बाद जाना जाता है। *जो ज्ञान की परवरिश ली है उसकी रिज़ल्ट फलस्वरूप बनना है।* _प्रैक्टिकल भगवान के जितना साकार संबंध में नज़दीक आयेंगे उतना पुरूषार्थ में भी नज़दीक आयेंगे।_ *भिन्नता को मिटाने का सहज उपाय – एकता* _*अव्यक्त मुरलीयों से संबंधित* कोई भी प्रश्न हो तो संपर्क करें-_ *amulyaratan@godlywoodstudio.org* |