*अमूल्य रतन* 254
अव्यक्त मुरली दिनांक: *07 June 1970*

*अव्यक्त स्थिति रूपी दर्पण को साफ और स्पष्ट करने के लिए तीन बातें*

सरलता, श्रेष्ठता और सहनशीलता। अगर इन तीनों बातों में से कोई एक भी बात की कमी है तो दर्पण पर भी कमी की दाग दिखाई पड़ता है।

इसलिए हर कार्य करने से पहले यह तीन बातें चेक करो।
*साधारणपन को श्रेष्ठता में बदली करो।*
*हर कार्य में सहनशीलता को सामने रखो।*
*चेहरे पर, वाणी पर सरलता को धारण करो।*

*Plan और Practical में अंतर का कारण*

स्मृति, कर्म और वाणी में Plain होना चाहिए। अर्थात् श्रेष्ठता।
मन्सा, वाचा, कर्मणा के साथ साथ अलौकिक संबंध में plain होंगे तो सफलता दिखेगी।

*साधारण मूर्त नहीं दिव्य मूर्त बनो।*

_जितना जितना एक दो के संस्कारों के समीप आयेंगे उतना उतना सफलता समीप आएगी।_

_*अव्यक्त मुरलीयों से संबंधित* कोई भी प्रश्न हो तो संपर्क करें-_ *amulyaratan@godlywoodstudio.org*