*अमूल्य रतन* 257
अव्यक्त मुरली दिनांक: *07 June 1970*

*अव्यक्त स्थिति का अनुभव*

एक सेकेंड भी अव्यक्त स्थिति का अनुभव होता है तो उसका असर काफी समय तक रहता है।
*अव्यक्त स्थिति से सर्व संकल्प सिद्ध हो जाते हैं।*

*अव्यक्त स्थिति से मेहनत कम, प्राप्ति अधिक होती है।*

*चलते चलते आनेवाली उलझन और निराशा को मिटाने के लिए अव्यक स्थिति से सर्व प्राप्ति का अनुभव बढ़ाओ।*

*अव्यक्त मूर्त्त को सामने रख पुरुषार्थ करो।*

जैसे बाप वैसे बच्चे। अंतर ना हो। *अंतर को अंतर्मुखी होकर मिटाओ।*

_स्नेह को गुप्त और समानता को प्रत्यक्ष करो।_

_*अव्यक्त मुरलीयों से संबंधित* कोई भी प्रश्न हो तो संपर्क करें-_ *amulyaratan@godlywoodstudio.org*