*अमूल्य रतन* 257 *अव्यक्त स्थिति का अनुभव* एक सेकेंड भी अव्यक्त स्थिति का अनुभव होता है तो उसका असर काफी समय तक रहता है। *अव्यक्त स्थिति से मेहनत कम, प्राप्ति अधिक होती है।* *चलते चलते आनेवाली उलझन और निराशा को मिटाने के लिए अव्यक स्थिति से सर्व प्राप्ति का अनुभव बढ़ाओ।* *अव्यक्त मूर्त्त को सामने रख पुरुषार्थ करो।* जैसे बाप वैसे बच्चे। अंतर ना हो। *अंतर को अंतर्मुखी होकर मिटाओ।* _स्नेह को गुप्त और समानता को प्रत्यक्ष करो।_ _*अव्यक्त मुरलीयों से संबंधित* कोई भी प्रश्न हो तो संपर्क करें-_ *amulyaratan@godlywoodstudio.org* |