*अमूल्य रतन* 282 *तीनों कर्तव्य प्रैक्टिकल और प्रत्यक्ष रूप में* मास्टर ब्रह्मा भी बने, पालना की, श्रृंगार किया लेकिन अब पार्ट है संहार का। *शक्तियों के अलंकार घुंँघरू की झंकार किस कार्य का गायन है?* घूंगरू डालकर असुरों पर नाचने का। नाचने से जो भी चीज होगी वह दबकर खत्म हो जाएगी। निर्भयता और विनाश की निशानी यह घुंँघरू की झंकार है। *बाप को प्रख्यात करने के लिए प्रत्यक्ष होना पड़े* शूरवीर शक्ति रूप बनकर प्रत्यक्ष रूप में सामने आओ। _*अव्यक्त मुरलीयों से संबंधित* कोई भी प्रश्न हो तो संपर्क करें-_ *amulyaratan@godlywoodstudio.org* |