*अमूल्य रतन* 29
अव्यक्त मुरली दिनांक: 08 मई 1969

*निराकारी, निरंहकारी और निर्विकारी यह तीन बातें याद रखने से -*

अभी त्रिलोकीनाथ और त्रिकालदर्शी बनेंगे। भविष्य में विश्व के मालिक बनेंगे।

*त्रिलोकीनाथ का अर्थ*

जो तीनों लोकों के ज्ञान के सिमरण करते हैं वह है त्रिलोकीनाथ क्योंकि बाप के साथ साथ आप सभी बच्चे भी हैं।