*अमूल्य रतन* 35
अव्यक्त मुरली दिनांक: 17 मई 1969
*All-round सर्विस में सफलता पाने के लिए युक्ति -*
जो All round सर्विस करने वाले होते हैं उन्हों को विशेष इस बात का ध्यान रखना है कि *कैसी भी परिस्थिति हो लेकिन अपनी स्थिति एकरस हो।*
तब all round सर्विस की सफलता मिलेगी।
सर्विस के तिलक अर्थात् जिम्मेवारी की लाज रखनी है। तिलक की लाज माना ब्राह्मण कुल की लाज। यह तिलक साधारण नहीं है *ब्राह्मण कुल की मर्यादाओं पर चल पुरुषोत्तम बनने की हिम्मत करने वाले ही यह तिलक लगा सकते हैं।