*अमूल्य रतन* 41
अव्यक्त मुरली दिनांक: 09 नवंबर 1969 *दीपावली* के शुभ अवसर पर अव्यक्त बापदादा के महावाक्य: *भविष्य को जानने की युक्तियाँ*

*अपना भविष्य स्पष्ट जानने के लिए -*

01. *_जैसे जैसे आगे बढ़ते जायेंगे_* अपना भविष्य नाम-रूप-देश-काल यह चारों ही स्पष्ट होता जाएगा कि किस देश में राज्य करना है, किस नाम से, किस रूप से, किस समय और पहले राजधानी में भी क्या बनेंगे, दूसरे राजधानी में क्या बनेगी। *_पूरी जन्मपत्री हर एक को अपने अंदर स्पष्ट होती जाएगी।_*

02. *जितना जितना योग युक्त होंगे उतना भविष्य भी स्पष्ट जान जायेंगे।* जैसे बाप जानते हैं यह पहले क्या थे और अब क्या हैं और भविष्य में क्या होना है ऐसे भविष्य स्पष्ट होगा। *योगयुक्त रहने से, ना मालूम क्या है, क्या होगा यह संकल्प भी कभी नहीं उठेगा।* इस रीति से भविष्य स्पष्ट होगा और नशा रहेगा।