*अमूल्य रतन* 45
अव्यक्त मुरली दिनांक: 09 नवंबर 1969 *दीपावली* के उपलक्ष्य पर अव्यक्त बापदादा के महावाक्य: *भविष्य को जानने की युक्तियाँ*
मधुबन के फूलों के साथ-साथ सभी में यह विशेषतायें होनी चाहिए- *मधुरता और बेहद के वैराग्य वृत्ति*
01. मधुरता से कोई को भी हर्षित कर सकते हैं।
02. मधुरता को धारण करने वाला यहांँ भी महान बनता है वहांँ भी मर्तबा पाता है।
03. मधुरतावालों को सभी महान रुप से देखते हैं।
04. *मधुरता से ही मधुसूदन का नाम बाला कर सकते हैं।* दूसरे शब्दों में कहते हैं स्नेह और शक्ति धारण करनी है।