*अमूल्य रतन* 90
अव्यक्त मुरली दिनांक: 23 जुलाई 1969
*परखने की शक्ति की आवश्यकता-02*
05. सर्विस करते वक्त मरीज की पूरी परख होने से *वारिस क्वालिटी आत्माएं* निकाल सकते हो।
06. भविष्य में आने वाली बातों को परखने के लिए।
*यज्ञ की प्रत्यक्षता की सफलता पाने के लिए*
_भविष्य में आने वाली बातों को सामना करने के लिए_ *परखने की शक्ति* चाहिए और *निर्णय करने की शक्ति* भी चाहिए।
निर्णय के बाद फिर *निवारण की शक्ति* चाहिए।
इससे यज्ञ की प्रत्यक्षता की सफलता पा सकते हैं।
_अव्यक्त मुरलीयों से संबंधित कोई भी प्रश्न हो तो संपर्क करें-_ *amulyaratan@godlywoodstudio.org*