*अमूल्य रतन* 262 *अपनी स्थिति की वृद्धि की विधि* मुख का आर्गन्स कुछ मोटा है, बुद्धि मुख से सूक्ष्म है। मुख के माफिक बुद्धि को जब चाहो तब चलाओ जब चाहो तब न चलाओ। जब यह अभ्यास मजबूत होगा तो अपनी स्थिति भी मजबूत बना सकेंगे। *मुख्य सब्जेक्ट ज्यादा से ज्यादा अव्यक्त स्थिति में रहना।* *संपूर्ण स्टेज को सामने रख चेक करो* बापदादा बिंदी रुप के लिए नहीं पूछते हैं। अव्यक्त स्थिति कितना समय रहती है? *संपूर्ण स्टेज अर्थात् – निरंतर याद* *विधि का मालूम होते हुए भी वृद्धि ना होने का कारण* विस्तार करना। विस्तार में जाना आता है लेकिन जब चाहे तब समेटना और समा लेना यह प्रैक्टिस कम है। _*अव्यक्त मुरलीयों से संबंधित* कोई भी प्रश्न हो तो संपर्क करें-_ *amulyaratan@godlywoodstudio.org* |