*अमूल्य रतन* 263 _अगर टाइम टेबल नहीं होगा तो टाइम सफल नहीं होगा। अगर टाइम सफल नहीं होगा तो कार्य भी सफल नहीं होगा।_ टाइम प्रमाण चलने से ही दिन में अनेक कार्य कर सकते हैं। *आत्मा की उन्नति के कार्य नोट करो।* *प्रतिज्ञा के बाद प्रैक्टिकल, प्रैक्टिकल के बाद चेकिंग, चेकिंग के बाद बीती सो बीती फिर आगे उन्नति का साधन।* *समय से पहले संपूर्ण बनने के लिए* जैसे मधुबन में जब आते हो तो कुछ छोड़ कर जाते हो, कुछ भर कर जाते हो। इसी रीति से *हर दिन कुछ छोड़ो और कुछ भरो।* जब इतना अटेंशन रखेंगे तो समय से पहले सम्पूर्ण बनेंगे। *समय के पहले संपूर्ण बनने से* संपूर्णता क्या चीज है? ईश्वरीय अतींद्रिय सुख क्या होता है? इसका अनुभव कर सकते हो। _*अव्यक्त मुरलीयों से संबंधित* कोई भी प्रश्न हो तो संपर्क करें-_ *amulyaratan@godlywoodstudio.org* |