*अमूल्य रतन* 180
अव्यक्त मुरली दिनांक: *23 जनवरी 1970*
*उस एक के प्यारे बनने के लिए*
कैसी भी परिस्थिति आये, लेकिन अपने को मजबूत रखना है। एकमत से एक रिजल्ट होगी। *जो एकमत होते हैं वही एक को प्यारे लगते हैं।*
*मधुबन – बाप का घर सो अपना घर*
जैसे आत्मा परमधाम की निवासी, सर्व गुणों का स्वरूप है। वैसे ही मधुबन में आए हो उस स्थिति की टेस्ट करने। *टेस्ट करने के बाद उनको सदा के लिए अपनाना।*
मधु अर्थात् मधुरता यानी स्नेह और शक्ति दोनों ही वरदान पूर्ण रूप से प्राप्त करना।
*मधुबन में स्नेह और शक्ति वरदान रूप में मिलती है।* बाहर इसके लिए अपना पुरुषार्थ करना पड़ेगा।
*गुरु द्वारा वरदान प्राप्त करने के लिए*
वरदान तो सभी को मिलता है। लेकिन *जो ज्यादा अपने को अर्पण करता है उतना ही वरदान का पात्र बनता है।*
*एक एक सेकंड सफल करने के यह दिन है।* अभी का एक सेकंड बहुत फायदे और बहुत नुकसान का भी है।
_अव्यक्त मुरलीयों से संबंधित कोई भी प्रश्न हो तो संपर्क करें-_ *amulyaratan@godlywoodstudio.org*