*अमूल्य रतन* 29‌9
अव्यक्त मुरली दिनांक: *06 August 1970*

*अपने रिकॉर्ड को ठीक रखने के लिए सर्व को रिगार्ड दो।*
दूसरे का रिगार्ड रखना अपना रिकार्ड बनाना है।

जिसे कहते हैं छोटों को प्यार और बड़ों को रिगार्ड। लेकिन *सभी को बड़ा समझ रिगार्ड देना यही सर्व के स्नेह को प्राप्त करने का साधन है।*

हर बात में पहले आप। यह वृत्ति, दृष्टि, वाणी और कर्म में लानी चाहिए। इससे विश्व के बाप समान बन सकेंगे।

*विश्व के बाप समान का अर्थ*

01. विश्व के बाप समान बनना।
02. जब विश्व राजन बनेंगे तो भी विश्व के बाप ही कहलाएंगे।

*निर्माण बनने से*

01. प्रत्यक्ष प्रमाण बन सकेंगे।
02. विश्व का निर्माण कर सकेंगे।

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