*अमूल्य रतन* 37
अव्यक्त मुरली दिनांक: 18 मई 1969
शीर्षक: *रूहानी ज्ञान योग के ज्योतिषी*
_बाप के कर्तव्य में निमित्त बनने के लिए_ *हर समय, हर हालत में Ever ready और all round* होना है।
*निमित्त बच्चों के लिए स्लोगन – जो कर्म मैं करूंगा मुझे देख और सभी करेंगे*
01. 3 मिनट का रिकॉर्ड जब भरते हो तो कितना ध्यान देते हो। आप सभी भी अपने 21 जन्मों का रिकॉर्ड कर रहे हो तो बहुत ध्यान रखना है।
02. यह सोचो – *हमारे कर्म के ऊपर सभी की आंँख है।* सभी हमें देख रहे हैं तो खास अटेंशन रहता है। क्योंकि _जब कोई देखने वाला नहीं होता है तो अलबेलापन रहता है इसलिए भले अकेलेपन में कुछ करते हो तो भी *समझो सारी सृष्टि की आत्माएं चारों ओर से हमें देख रही हैं।*_