*अमूल्य रतन* 52
अव्यक्त मुरली दिनांक: 26 मई 1969
शीर्षक: *संपूर्ण स्नेही की परख*

*सहनशक्ति की आवश्यकताएं*

01. जितनी सहनशक्ति होगी उतनी *सर्विस में सफलता* होगी।
02. *संगठन में रहने के लिए* भी सहनशक्ति चाहिए।
03. *फाइनल पेपर जो विनाश का है उसमें पास* होने के लिए भी सहनशक्ति चाहिए।

*सहनशक्ति कैसे आयेगी*

स्नेह में – जितना जिसके प्रति है स्नेह होता है तो उस स्नेह में शक्ति आ जाती है। जैसे बच्चे पर आपदा आती है तो मां का स्नेह बच्चे के लिए सब कुछ सहन करने के लिए तैयार हो जाती है।

*स्नेह में कुछ भी अपने तन का व परिस्थितियों का कुछ फिक्र नहीं रहता है।*
ऐसे ही अगर *निरंतर स्नेह* रहे तो स्नेही के प्रति सहन करना सहज हो जाएगा। *स्नेह कम है इसीलिए सहनशक्ति भी कम है।*