*अमूल्य रतन* 53
अव्यक्त मुरली दिनांक: 26 मई 1969
शीर्षक: *संपूर्ण स्नेही की परख*

*निर्भयता के गुण को अपने में भरने के लिए मुख्य पुरुषार्थ -*

जितना निराकारी अवस्था में स्थित होंगे उतना निर्भय होंगे। *भय तो शरीर के भान में आने से होता है।*

*विशेष कुमारीयों से तथा सर्व बच्चों से बापदादा का स्नेह विशेष क्यों होता है?*

क्योंकि अगर इन्हों को ईश्वरीय स्नेह नहीं मिलेगा तो और किसी के स्नेह में लटक जाएगी। बाप रहमदिल है। रहमदिल होने के कारण स्नेह है। *भविष्य बचाव के कारण सब के प्रति विशेष स्नेह रहता है।*

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