*अमूल्य रतन* 55
अव्यक्त मुरली दिनांक: 09 जून 1969
शीर्षक: *सुस्ती का मीठा रूप – आलस्य*

*दिनचर्या में चेक करने के लिए कुछ मुख्य बातें*

01. व्यक्त में होते हुए अव्यक्त स्थिति का अनुभव होता है?
02. अव्यक्त स्थिति में कितना समय रह रहे हैं?
03. कितना समय लौकिक जिम्मेवारी की तरफ दिया और कितना समय अलौकिक व पारलौकिक जिम्मेवारी की तरफ दिया?
04. परमात्मा के कितने मददगार बने?

*वर्तमान समय का पुरुषार्थ कितना होना चाहिए*

वर्तमान पुरुषार्थ व *संपूर्ण स्टेज के हिसाब से तो 8 घंटा भी कम से कम चाहिए।*

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